Double Stake Container Train चलाकर जोधपुर मंडल ने रचा इतिहास
जोधपुर। उत्तर पश्चिम रेलवे के जोधपुर मंडल ने पहली बार डबल स्ट्रैक कंटेनर ट्रेन (Double Stake Container Train) का संचालन करने में सफलता हासिल की है। ट्रेन भीलड़ी से हनवंत रेलवे स्टेशनों के बीच सफलतापूर्वक संचालित की गई।
डीआरएम पंकज कुमार सिंह ने मंडल पर पहली पर चलाई गई डबल स्टैक कंटेनर ट्रेन के सफलतापूर्वक संचालन पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि इस ऐतिहासिक सफलता से जहां पश्चिमी राजस्थान में विकास के नए आयाम स्थापित होंगे वहीं इससे लदान क्षमता में भी वृद्धि होगी,माल ढुलाई से फायदा होगा तथा एक बार में दोगुने से भी ज्यादा सामान को एक से दूसरे स्थान पर आसानी से भेजा जा सकेगा।
उन्होंने बताया कि भीलड़ी से सोमवार सुबह 11.55 बजे डीजल लोको - 49347 जीआईएम के साथ रवाना हुई एमडीसीसी-एचपीजीएच(डबल स्टैक) ट्रेन धानेरा-रानीवाड़ा-मारवाड़ भीनमाल-मोदरान-जालोर-समदड़ी-लूनी जंक्शन होते हुए रात्रि 9 बजे 180 कंटेनर्स के साथ थार ड्राई पोर्ट की हनवंत साइडिंग पर पहुंच गई। पहली डबल कंटेनर ट्रेन के लोको पॉयलट चैनाराम,असिस्टेंट लोको पॉयलट हरिराम व ट्रेन मैनेजर शुभम शर्मा थे।
डीआरएम ने जोधपुर मंडल पर डबल स्टैक कंटेनर ट्रेन के संचालन मंडल के लिए ऐतिहासिक बताया और उम्मीद जताई कि इस ट्रेन के प्रारंभ होने से निर्यातकों को कम लागत पर अपने माल को निर्यात करने में सुविधा उपलब्ध होगी। क्या होती है डबल स्टैक ट्रेन डबल स्टैक तकनीक एक निश्चित लंबाई की मालगाड़ी होती है जो लगभग दोगुने कंटेनर ले जा सकती है जिससे प्रति कंटेनर की परिवहन लागत में कमी आती है। यह ट्रेनें एक बार में 90 गुणा दो यानी 180 कंटेनर एक साथ ले जा सकती है जिनकी वहन क्षमता 360 टन तक हो सकती है।
रिपोर्ट ठाकराराम मेघवाल