भारत के 18 वर्षीय ग्रैंडमास्टर Gukesh D बने सबसे युवा विश्व शतरंज चैंपियन
भारत के 18 वर्षीय शतरंज ग्रैंडमास्टर गुकेश डी (Gukesh D) ने चीनी शतरंज खिलाड़ी डिंग लिरेन को हराकर विश्व शतरंज चैंपियन बनने का ऐतिहासिक कारनामा किया है। उन्होंने 14 खेलों की श्रृंखला में लिरेन को 7.5-6.5 से हराया और अंतिम खेल में निर्णायक जीत हासिल की, जिससे यह मुकाबला एक ड्रॉ की ओर बढ़ता हुआ लग रहा था।
गुकेश, जो भारतीय शतरंज के दूसरे विश्व चैंपियन हैं, महान विश्वनाथन आनंद के बाद इस शीर्ष खिताब को जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने हैं। आनंद ने 2012 में यह खिताब जीता था और अब गुकेश ने उनकी विरासत को आगे बढ़ाया है।
भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ट्विटर (X) पर गुकेश को बधाई देते हुए लिखा, “विश्व शतरंज चैंपियन बनने पर गुकेश को हार्दिक बधाई। उन्होंने भारत को गर्वित किया है। उनकी जीत भारत को शतरंज का एक मजबूत केंद्र साबित करती है।”
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी गुकेश को बधाई दी और कहा, "18 वर्षीय गुकेश को विश्व शतरंज चैंपियन बनने के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं। आपकी समर्पण, मेहनत और शतरंज के प्रति आपके जुनून ने भारत को गर्व महसूस कराया है।"
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने गुकेश को बधाई देते हुए कहा, "18 साल की उम्र में विश्व शतरंज चैंपियन बनने पर गुकेश को बधाई! आपका यह अद्भुत उपलब्धि भारत के शतरंज के गौरव को और बढ़ाता है और चेन्नई को फिर से शतरंज की वैश्विक राजधानी के रूप में साबित करता है। तमिलनाडु को आप पर गर्व है!"
इस जीत के साथ ही गुकेश ने न केवल अपनी व्यक्तिगत उपलब्धि हासिल की, बल्कि भारत को एक नया शतरंज चैंपियन भी दिया है, जो आगामी पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।