रामान्दाचार्य जयन्ती पर शोभायात्रा में उमडा आस्था का ज्वार
सायला। रेवतडा स्थित चारभुजा मंदिर में मंगलवार को वैष्णव वैरागी समाज द्वारा जगद्गुरू स्वामी रामानन्दाचार्य महाराज के 725वें जयंती महोत्सव का विभिन्न संत महात्माओं के सान्निध्य में हर्षाेल्लास के साथ आयोजन हुआ। इस अवसर पर सवेरे 11 बजे मंदिर प्रांगण से गाजेबाजे के साथ शोभायात्रा निकाली गई।
शोभायात्रा को लेकर समाजबंधु पारंपरिक वेशभूषा में सजधज कर पहुंचने शुरू हो गए। सवेरे 10 बजे तक सैकडों की संख्या में लोग पहुंच गए। करीब 11 बजे मंदिर प्रांगण से शोभायात्रा रवाना हुई। जिसमें सबसे आगे सुसज्जित अश्वों पर लाभार्थी परिवारों के सदस्य पताका फहराते हुए जगद्गुरू के जयकारे लगा रहे थे। इसके बाद बैंड पार्टी चल रही थी।
बैंडपार्टी के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत भक्ति गीतों पर युवा गुलाल उड़ाते हुए झूम रहे थे। इस दौरान उनका उत्साह देखते ही बन रहा था। वहीं सुसज्जित रथों में जगद्गुरू स्वामी रामानन्दाचार्य की तस्वीर लेकर सेवन्त्री महन्त लक्ष्मणदास खाकी महाराज एवं लाभार्थी परिवार बिराजे हुए थे। शोभायात्रा के दौरान श्रद्धालु भक्ति गीतों पर झूमते हुए चल रहे थे। जिस मार्ग से शोभायात्रा गुजरी माहौल धर्ममय हो गया।
शोभायात्रा गांव के विभिन्न मार्गों से होते हुए पुनः चारभुजा मंदिर प्रांगण पहुंचकर विसर्जित हुई। इसके बाद महाआरती का आयोजन हुआ। साथ ही विभिन्न चढावों के लाभार्थियों का तिलक लगाकर, साफा एवं माला पहनाकर तथा स्मृति चिन्ह चांदी का सिक्का देकर बहुमान किया गया। इस दौरान रेवतडा, सायला, आलासन, बाकरा, नून, तवाव, माण्डवला, भीनमाल सहित आसपास के गांवों से बडी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।
भजन संध्या में झूमे श्रोता
जयंती महोत्सव की पूर्व संध्या पर सोमवार को विशाल भजन संध्या का आयोजन किया गया। भजन संध्या में गायक श्रवणदास ने भाग्य भला रे जिण घर संत पधारियां.., सतगुरू सा आया पावणा.., जावां दे जमुना री तीर.. आदि सरीखे एक से बढकर भजनों की प्रस्तुति देकर श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। भजन गायक प्रकाशदास रामावत ने गणेश वंदना व गुरू वंदना एवं छगन गोस्वामी ने भजनों की प्रस्तुति दी।
नृत्य कलाकार मनीष मारवाडी एंड पार्टी द्वारा विभिन्न झांकियों द्वारा शिव-गौरी विवाह, भस्म स्नान, राधा-कृष्ण की झांकी की प्रस्तुति दी। जादूगर रिलांयस ने अपनी जादूकला के द्वारा सभी को रोमांचित किया। भजन संध्या में वार्षिक चढावे भी बोले गए। जिसमें समाजबंधुओं ने उत्साह के साथ भाग लिया।
रिपोर्ट - मुकेश वैष्णव