राष्ट्रीय बालिका दिवस पर जिला स्तरीय कार्यक्रम हुआ आयोजित
भीलवाड़ा। जिले में शुक्रवार को राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य में राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, गुलमण्डी में “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” विषय पर भव्य जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिला कलेक्टर नमित मेहता ने कार्यक्रम का शुभारंभ कर समाज में लिंगानुपात में सुधार और बालिकाओं की शिक्षा पर जोर दिया। कार्यक्रम के दौरान जिला कलेक्टर ने बालिकाओं को अपने अधिकारों की प्राप्ति के लिए बालिकाओं की शिक्षा और आत्मनिर्भरता के महत्व पर स्कूली बालिकाओं को मार्गदर्शन प्रदान किया।
जिला कलेक्टर ने अपने संबोधन में कहा कि समाज में लिंगानुपात में सुधार करने और बालिकाओं को समान अवसर दिलाने के लिए राज्य सरकार द्वारा कई प्रभावी कानून बनाए गए हैं, जिससे कन्या भु्रण हत्या पर रोक संभव हो पाई है। कन्या भू्रण हत्या जैसे जघन्य अपराध की रोकथाम के लिए हमें समाज में फैली संकीर्ण मानसिकता को बदलना होगा और इसके लिए बालिकाओं का शिक्षित होना बेहद जरूरी है। उन्होंने बालिकाओं को अच्छी शिक्षा के साथ-साथ आत्मविश्वास बढ़ाने का आह्वान करते हुए कहा कि आत्मनिर्भरता से ही सशक्त समाज का निर्माण संभव है।
कार्यक्रम में “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान के तहत रंगोली, पोस्टर, निबंध और मेहंदी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें उत्कृष्ट रही छात्राओं को जिला कलेक्टर ने पुरस्कृत किया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सी.पी. गोस्वामी ने पीपीटी स्लाइड शो के माध्यम से बालिकाओं के स्वास्थ्य और शिक्षा से संबंधित योजनाओं की विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने पीसीपीएनडीटी अधिनियम 1994 के तहत कन्या भ्रूण हत्या जैसे जघन्य अपराध पर रोकथाम के लिए जागरूक किया और बताया कि कन्या भ्रूण हत्या करने व कराने वालों के खिलाफ सूचना देने वाले को राज्य सरकार की मुखबिर योजना के तहत सरकार द्वारा 3 लाख रू. तक का इनाम दिया जाता है साथ ही पीसीपीएनडीटी अधिनियम के प्रावधानों की अवहेलना करते पाए जाने पर दोषी व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्यवाही कर सजा का प्रावधान है
इस दौरान सीएमएचओ डॉ. गोस्वामी ने सभी बालिकाओं व विद्यालय के समस्त स्टाफ कार्मिकों को कन्या भु्रण हत्या रोकथाम के लिए शपथ दिलाई। इस दौरान मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद चन्द्रभान सिंह भाटी, स्थानीय विद्यालय की प्रधानाचार्य उषा शर्मा, जिला कार्यक्रम समन्वयक (पीसीपीएनडीटी) रामस्वरूप सेन, डीपीसी तरुण चाष्टा, डीपीसी तुषार भटनागर, अरुण पुरोहित सहित अन्य अधिकारी कार्मिक मौजूद रहे।
कार्यक्रम में स्कूली छात्राओं ने स्वागत गीत और कविता पाठ प्रस्तुत किए। “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ“ अभियान के तहत हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया, जहां सभी अतिथियों सहित छात्राओं और शिक्षकों ने हस्ताक्षर कर कन्या भ्रूण हत्या रोकथाम के लिए संकल्प लिया। समारोह के अंत में विद्यालय की प्रधानाचार्य श्रीमती उषा शर्मा ने आगंतुक अतिथियों का आभार व्यक्त किया और विश्वास दिलाया कि छात्राएं इस कार्यक्रम से प्रेरणा लेकर अतिथियों द्वारा बालिकाओं को दिये गये मार्गदर्शन को अपने जीवन में आत्मसात करेंगी।
रिपोर्ट - पंकज पोरवाल