Dantrai: पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग, CM के नाम उपखंड अधिकारी को सौंपा ज्ञापन
राजस्थान। दांतराई उपखंड पर बुधवार को टोंक जिले के अलीगढ़ गांव में कवरेज के दौरान पत्रकार पर जानलेवा हमले तथा राज्य में पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग को लेकर आई एफ डब्ल्यू जे प्रभारी सचिव डुंगाराम पुरोहित के नेतृत्व में रेवदर ब्लॉक अध्यक्ष लेहरचंद पुरोहित की उपस्थिति में मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी सुबोध सिंह चारण को सौंपा ज्ञापन।
बता दे ज्ञापन में बताया की टोंक जिले के अलीगढ़ गांव में सड़क अवरोध कर प्रदर्शन कर रहे लोगों व वहां डॉ किरोड़ी लाल मीना के सम्बोधन के दौरान पीटीआई के स्थानीय संवाददाता अजित सिंह शेखावत व उनके कैमरामैन धर्मेंद्र पर जानलेवा हमला किया गया। इस सुनियोजित ढंग से किए गए हमले में दोनों को गंभीर चोटें आई और उनके कैमरे और माइक तोड़ दिए गए। उसके पश्चात कैमरे को जला भी दिया गया।
जैसे तैसे दोनों ने डॉ किरोड़ी लाल मीना से सुरक्षा की गुहार लगाई और जब तक उन्हें उन्मादी भीड़ में सम्मिलित अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों से बचाया जाता है तब तक गंभीर चोटें लगने से वह वहीं गिर पड़े। बता दे बहुत मुश्किल से उनकी जान बच पाई।
पत्रकार के साथ हुए निंदनीय जानलेवा हमले को लेकर पूरे प्रदेश के पत्रकारों में जबरदस्त रोष है। वही आई एफ डब्ल्यू जे संगठन जो देश का प्रथम एवं अग्रणी पत्रकार संगठन हैं, साथ-ही-साथ राजस्थान प्रदेश का भी सबसे विस्तृत इकाइयों वाला एकमात्र पत्रकार संगठन भी हैं। बता दे इस संगठन द्वारा लगातार पत्रकार सुरक्षा कानून लागू कराने की मांग विगत आठ वर्षों से उठाई जा रही है।
साथ ही संगठन द्वारा पत्रकारों की इस प्रमुख मांग को लेकर विगत सरकार के समय दो बार पत्रकारों द्वारा विधानसभा का घेराव भी किया गया था। बता दे टोंक के घटनाक्रम में दोषी लोगों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई के दिशानिर्देश जारी कराए साथ ही आई एफ डब्ल्यू जे संगठन के प्रतिनिधियों को अपना अमूल्य समय प्रदान करें ताकि पत्रकार सुरक्षा कानून लागू सहित अन्य मुद्दों को आपके समक्ष प्रत्यक्ष रखा जा सके।
साथ ही साथ बता दे ज्ञापन के दौरान प्रभारी सचिव डुंगाराम पुरोहित, ब्लॉक अध्यक्ष लेहरचंद पुरोहित, महा सचिव वागसिंह गोयल, प्रवीण दवे, दिनेश पी अग्रवाल, अकरम मेहर, पहाड़ सिंह देवड़ा, मुकेश पुरोहित, हकीम खान, रमेश माली, महेंद्र धर्मानी अशोक घांची, फिरोज खान, प्रवीण पुरोहित मौजूद थे।