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Vardhaan Lithium कंपनी करेगा देश का पहला लिथियम रिफाइनरी की स्थापना

01:41 PM Jan 25, 2025 IST | Jagruk Times

भारत अपने ऊर्जा और औद्योगिक क्षेत्रों में एक परिवर्तनकारी क़दम उठाने जा रहा है। महाराष्ट्र के नागपुर में देश का पहला लिथियम रिफाइनरी और बैटरी निर्माण फैक्ट्री स्थापित की जाएगी। इस अभूतपूर्व परियोजना के लिए 42,532 करोड़ रुपये का भारी निवेश किया जाएगा, जो देश के महत्वपूर्ण ऊर्जा संसाधनों में आत्मनिर्भरता को परिभाषित करेगा और वैश्विक मंच पर भारत की स्थिति को मजबूत करेगा।

वर्धान लिथियम (Vardhaan Lithium) के चैयरमेन सुनिल जोशी और प्रबंध निदेशक वेदांश जोशी इस महत्वाकांक्षी पहल की शुरुआत की घोषणा करते हुए गर्व महसूस कर रहे हैं, जो भारत के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।

500 एकड़ में फैली इस सुविधा का उद्देश्य भारत की लिथियम आयात पर निर्भरता को कम करना है, जिससे एक मजबूत घरेलू आपूर्ति श्रृंखला बनाई जा सके। इस रिफाइनिंग क्षमता के साथ, यहां 60,000 टन लिथियम की वार्षिक रिफाइनिंग और 20 GWh बैटरियों का उत्पादन होगा, जो भारत के वाहनों, घरों और उद्योगों को ऊर्जा प्रदान करेगा।

'मेक इन इंडिया’ के लिए एक गेम-चेंजर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण "मेक इन इंडिया" के साथ मेल खाते हुए यह परियोजना भारत के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्धता को दर्शाती है। वर्धान लिथियम की उन्नत सुविधा न केवल भारत की बढ़ती लिथियम-आधारित उत्पादों की मांग को पूरा करेगी, बल्कि देश को स्वच्छ ऊर्जा समाधान में वैश्विक नेता के रूप में भी स्थापित करेगी।

वैश्विक मानकों के साथ विश्व-स्तरीय तकनीकी सहयोग

संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोप के प्रतिष्ठित प्रौद्योगिकी भागीदारों के सहयोग से वर्धान लिथियम यह सुनिश्चित करता है कि नागपुर सुविधा में निर्मित उत्पाद उच्चतम अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप होंगे।

परियोजना के पीछे का दूरदर्शी नेतृत्व

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस परिवर्तनकारी परियोजना को राज्य में लाने में अहम भूमिका निभाई है। उनकी दूरदर्शिता और सक्रिय नेतृत्व ने महाराष्ट्र को पहले लिथियम रिफाइनरी और बैटरी निर्माण सुविधा का मेज़बान बनाया है। यह समझौता स्विट्ज़रलैंड के दावोस में हस्ताक्षरित हुआ, जो महाराष्ट्र के औद्योगिक कौशल और वैश्विक सहयोग के प्रति प्रतिबद्धता को उजागर करता है।

भारत के ऊर्जा परिदृश्य को बदलना

वर्धान लिथियम परियोजना भारत के ऊर्जा परिदृश्य को स्थायी और स्वदेशी रूप से परिष्कृत लिथियम की आपूर्ति प्रदान करके बदलने के लिए तैयार है। यह विकास उस समय हो रहा है जब वैश्विक स्तर पर लिथियम-आयन बैटरियों की मांग तेजी से बढ़ रही है, जो इलेक्ट्रिक वाहनों और नवीकरणीय ऊर्जा भंडारण समाधानों की त्वरित स्वीकृति से प्रेरित है।

आर्थिक और सामाजिक प्रभाव

इस विशाल फैक्ट्री की स्थापना हजारों प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार अवसरों का सृजन करेगी, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा और क्षेत्रीय सामाजिक-आर्थिक विकास में योगदान होगा। इस परियोजना का पैमाना और महत्व आसपास की सहायक उद्योगों को आकर्षित करेगा, जो महाराष्ट्र में स्वच्छ ऊर्जा निर्माण के इकोसिस्टम को बढ़ावा देंगे।

निष्कर्ष

वर्धान लिथियम (I) प्रा. लि. की पहल भारत के वैश्विक ऊर्जा क्रांति में नेतृत्व करने की महत्वाकांक्षा का प्रतीक है। आयात पर निर्भरता को कम करके, अत्याधुनिक तकनीक को अपनाकर, और घरेलू निर्माण को समर्थन देकर, यह परियोजना भारत को ऊर्जा स्वतंत्रता प्राप्त करने में सक्षम बनाएगी और वैश्विक जलवायु परिवर्तन से लड़ाई में योगदान करेगी।

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