मेजर जनरल Suresh Bhambhu 'युद्ध सेवा मेडल' से सम्मानित
जैसलमेर। मेजर जनरल सुरेश भाम्भू (Suresh Bhambhu) पुत्र रामदयाल भाम्भू निवासी कुलडीयावाली ढाणी (चक 21 एमएल) जिला श्रीगंगानगर को 76 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर पूर्वोत्तर के दुर्गम व अशांत क्षेत्र में उच्च कोटि की विशिष्ट सेवा के परिचालन एवं निर्वहन हेतु 'युद्ध सेवा मेडल' से सम्मानित किया गया।
सेना पीआरओ कर्नल अमिताभ शर्मा द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार मेजर जनरल सुरेश भाम्भू ने 1992 में सेकंड लेफ्टिनेंट के पद पर भारतीय सेना में कमीशन प्राप्त किया तथा उन्होंने अपने 32 वर्ष के सैन्य जीवन में देश के अलग-अलग हिस्सों में उच्च स्तर की उत्कृष्ट सेवा प्रदान की है। वर्तमान में मेजर जनरल सुरेश भाम्भू असम राइफल में महानिरीक्षक के पद पर कार्यरत हैं। इससे पहले वे वर्ष 2022 -2023 में जोधपुर कैंट में अपनी सेवाएँ दे चुके हैं।
मेजर जनरल सुरेश भाम्भू ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सैनिक स्कूल चित्तौड़गढ़ में पूरी की तथा सेना में आने के बाद देश के अलग-अलग इलाकों में सेवा की है। पहले भी मेजर जनरल सुरेश भाम्भू को अपने नेतृत्व और कार्य कुशलता के लिए सेना मेडल और सेना प्रमुख द्वारा दो बार प्रशंसा पत्र से पुरस्कृत किया जा चुका है। मेजर जनरल सुरेश भाम्भू की पत्नी इन्द्रा भाम्भू गृहिणी है तथा उनकी दोनों बेटियाँ डॉक्टर हैं। इनके दादाजी हरि सिंह भाम्भू ब्रिटिश सेना में सूबेदार थे। बड़े भाई इंद्राज भाम्भू गांव में खेती करते है और इनके एक छोटी बहन है।
रिपोर्ट - कपिल डांगरा