Delhi से Mumbai पहुंचे HSNC University के साइकिलिस्ट, तय की 1448 किमी. की दूरी
मुंबई। स्वस्थ जीवन और पर्यावरण संरक्षण का संदेश फैलाने तथा जनजातीय और दूरदराज के क्षेत्रों के युवाओं को शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से HSNC विश्वविद्यालय के फिट भारत क्लब के अंतर्गत 12 सदस्यीय टीम ने सेंटर से कोस्ट (दिल्ली से मुंबई तक) की 1,448 किलोमीटर की साइकिल यात्रा की। हालांकि जब उन्होंने इस साइकिल यात्रा की संकल्पना की तब किसी ने उन पर विश्वास नहीं किया था। लेकिन विश्वविद्यालय की ओर से मिले पूर्ण रूपेण आर्थिक एवं मानसिक सहयोग ने उनके विश्वास को बढ़ाया। जिसकी परिणीति इसकी योजनाबद्ध पूर्णता के रूप में हुई। यह साइकिल यात्रा 18 जनवरी को दिल्ली के इंडिया गेट से शुरू हुई थी। वहां से निकलने के बाद ये पावटा, अजमेर, गंगापुर, रतनपुर, वडोदरा, सूरत, पालघर से होते हुए गणतंत्र दिवस की सुबह गेटवे ऑफ इंडिया मुंबई पहुंच कर यात्रा को संपन्न कर वर्ली स्थित विश्वविद्यालय कैंपस पहुंचे। अपनी इस यात्रा को निर्धारित समय में पूरा करने के उद्देश्य से इन्होंने प्रतिदिन लगभग 200 किमी. की दूरी तय की। इस यात्रा को सुरक्षित, व्यवस्थित एवं सुखद बनाने के उद्देश्य विश्वविद्यालय की ओर से मेडिकल सुविधाओं से सुसज्जित एवं डॉक्टर युक्त एंबुलेंस, साइकिल के अपेक्षित कलपुर्जों के साथ विशेषज्ञ इंजीनियर एवं बीच-बीच में अल्पाहार एवं रात्रि विश्राम हेतु विभिन्न जगहों पर होटल की व्यवस्था विश्वविद्यालय की ओर से की गई थी।
प्रोवोस्ट व कुलपति ने किया सम्मानित
दिल्ली के इंडिया गेट से शुरू हुई यह साइकिल यात्रा गेटवे ऑफ इंडिया, मुम्बई होते हुए। गणतंत्र दिवस की सुबह वर्ली स्थित विश्वविद्यालय कैंपस में आकर सम्पन्न हुई। जहां विश्वविद्यालय के प्रोवोस्ट डॉ. निरंजन हीरानंदानी एवं कुलपति प्रो. (डॉ.) कर्नल हेमलता बगला ने स्वागत किया। साथ ही टीम के सभी सदस्यों को प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया। प्रोवोस्ट डॉ. हीरानंदानी ने इनकी इस यात्रा को अभूतपूर्व एवं प्रेरणादायी बताते हुए इसे भविष्य में भी जारी रखने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आप सभी का यह प्रयास पर्यावरण संरक्षण और फिटनेस की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है।
पहले किए करिश्मे, अब बनाएंगे कीर्तिमान
कुलपति प्रो. बागला ने फिट भारत क्लब के समन्वयक एवं इस टीम के लीडर मयूर डुमासिया की तारीफ करते हुए उन्हें सच्चा नायक बताया। डॉ. बागला ने कहा कि “मयूर एवं उनकी टीम के जितनी प्रशंसा की जाए कम है। इनकी टीम ने इससे पहले भी ऐसे कई कारनामे किये हैं। जिनमें 75वें गणतंत्र दिवस पर विरार से वर्ली 75 किमी. की रनिंग, सरदार बल्लभ भाई पटेल की जयंती पर मुम्बई से वडोदरा ‘यूनिटी यात्रा’ साइकलिंग और अब सेंटर से कोस्ट के रूप लगभग 1450 किमी. की साइकिल यात्रा विशेष रूप से उल्लेखनीय है। मुझे लगता है कि अभी तो ये शुरुवात है, आगे अभी बाकी जहां हैं। मुझे विश्वास है कि ये अगली बार कश्मीर से कन्याकुमारी की यात्रा पर निकलेंगे और उस समय इनकी टीम में 50 से अधिक सदस्य होंगे।
साइकिल यात्रा के साथी
इस साइकिल यात्रा का नेतृत्व के.सी. महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक मयुर डुमासिया ने किया। उनके साथ के.सी. महाविद्यालय के आर्यन साध, इंदर विश्नोई, शुभम पाटिल, अमीश पाटिल, मतीन कादरी, अनुज सिंह, कुणाल बावलिया, सीएच श्रीनिवासा, नबील सिद्दीकी, ओम परदेशी, राहुल पाल ने सेंटर से कोस्ट की इस यात्रा को सफलता पूर्वक पूरा किया। इस दौरान उनके सहयोगी के रूप में स्वयंसेवक केशव शाह व सुमित झा लगातार जुड़े रहे।
रिपोर्ट: अजीत राय