Mumbai: स्वरचित कथा कथन' एवं सम्मान समारोह हुआ
Mumbai: अखिल ब्रहम विज्ञान संस्थान एवं राजभाषा हिंदी प्रचार संस्थान, मुम्बई के संयुक्त तत्त्वावधान में एवं डॉ. श्रीभगवान तिवारी के मार्गदर्शन में 'स्वरचित कथा कथन' एवं सम्मान समारोह आर. के. कॉलेज, बचानी नगर, मालाड, मुम्बई में सम्पन्न हुआ। समारोह की अध्यक्षता बी. एड. प्रशिक्षिका प्रो. शशिकला पटेल ने की एवं अध्यक्षीय वक्तव्य में कहानियों की विद्वत्तापूर्ण समीक्षा की।
मुख्य अतिथि बीकानेर निवासी, मुम्बई प्रवासी गोवर्धनदास बिन्नाणी 'राजाबाबू' व विशेष अतिथि श्रीमती नेहा बिन्नाणी 'शिल्पी, जिनकी रचनाएँ हिंदी डाॅटकाॅम मॉम्सप्रेप्सो नामक एक ऐप पर एक करोड़ बत्तीस लाख से अधिक पाठकों ने पढ़ी है।
राजा बाबू ने 'प्रभात फेरी' वाली कथा तथा शिल्पीजी ने रेशम की डोर वाली कथा का वाचन किया। जिसका श्रोताओं ने तालियों की गड़गड़ाहट से अभिवादन किया।
अन्य कथाकारों में रमेश राय, राजेश तिवारी, रामस्वरूप साहु, उषा साहु, प्रो. शशिकला पटेल, अजय शुक्ल संगीता शुक्ला, रीना राय, रीमा सिंह, विद्या शर्मा, कविवर राजेश दुबे 'अल्हड़' ने अपनी श्रेष्ठ रचनाओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
संस्था के अध्यक्ष आचार्य रामव्यास उपाध्याय, महामंत्री डॉ. अमर बहादुर पटेल एवं अन्य पदाधिकारियों जनार्दन मिश्र राजेश दुबे 'अल्हड़' ने सम्मान्य अतिथियों में प्रो. शशिकांत दुबे (श्रुतिकीर्तेि दास) एवं साहित्य सृजन के पुरोधा व्यवसाय से इंजीनियर साहित्यकार अजय शुक्ल एवं श्रीमती संगीता शुक्ला का शाल, प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया।
आचार्य राम व्यास ने सरस्वती वंदना के साथ कार्यक्रम प्रारम्भ किया। संस्थापक डॉ. श्रीभगवान तिवारी ने संक्षित प्रास्ताविकी प्रस्तुत करते हुए गोशाला, संस्कृत महाविद्यालय एवं भगवान परशुराम, श्रीराम, श्रीकृष्ण आदि देवताओं के विशाल मंदिर निर्माणार्थ तन मन धन से सहयोग की अपेक्षा की। आर. के. सर ने नववर्ष के कैलेन्डर से समस्त श्रोताओं अतिथियों का सम्मान किया। डॉ. अमर बहादुर पटेल ने मंच संचालन तथा जनार्दन मिश्र नेआभार प्रकट किया। राष्ट्रगान एवं अल्पाहार के पश्चात समाहरो सम्पन्न हुआ।
रिपोर्ट - कपिल डांगरा